Gold Silver Price: हाल ही में दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में 24 कैरेट सोने के दामों ने ₹93,540 प्रति 10 ग्राम का नया शिखर छुआ है. इस तरह की ज्यादा कीमतें ग्राहकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं. यह बढ़ोतरी न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सोने की मांग में स्थिरता को दर्शाती है.
कीमत में गिरावट
एक विश्लेषक के अनुसार, आने वाले समय में सोने की कीमत में भारी गिरावट आ सकती है, जिसे करीब 38% की कमी के रूप में देखा जा सकता है. ऐसा होने पर, सोने की कीमत ₹55,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकती है. यह परिवर्तन भारतीय बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा और इससे सोने के निवेशकों पर गहरा असर पड़ेगा.
वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव का असर
विश्व के शेयर बाजारों, खासकर एशियाई इक्विटी मार्केट्स में हाल ही में आई भारी गिरावट के कारण, निवेशकों ने सोने की ओर रुख किया है, जिसे एक सुरक्षित निवेश माना जाता है. इससे सोने की कीमत में वृद्धि हुई है. हालांकि, अन्य कारकों के साथ, यह बढ़ोतरी अस्थायी साबित हो सकती है.
विश्लेषकों के दावों का आधार
मॉर्निंगस्टार के एक विश्लेषक ने वैश्विक सोने की कीमतों में गिरावट की भविष्यवाणी की है. अनुमान के अनुसार, सोने की कीमतें $3,080 प्रति औंस से घटकर $1,820 प्रति औंस तक आ सकती हैं. यह पूर्वानुमान निवेशकों के बीच चिंता और चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्या है विश्लेषकों के दावों के पीछे का तर्क?
ट्रंप प्रशासन द्वारा घोषित टैरिफ के कारण जो अनिश्चितता फैली थी, वह अब शांत हो रही है. इस दौरान कई केंद्रीय बैंकों, विशेषकर चीन के पीपल्स बैंक ऑफ चाइना ने अपने सोने के भंडार में भारी इजाफा किया था. अब, जैसे-जैसे यह मांग शांत होगी, सोने की कीमत में कमी आने की संभावना है.
सोने की आपूर्ति में बढ़ोतरी के संकेत
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, पुनर्नवीनीकरण सोने की आपूर्ति में इस साल 11% की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया की रिपोर्ट के अनुसार, वहां सोने के उत्पादन में भी वृद्धि होने वाली है, जिससे वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें कम हो सकती हैं.