कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट? जाने आज के आपके शहर के ताजा रेट Petrol Diesel Price

Petrol Diesel Price: कच्चे तेल की कीमतें वर्तमान में कई सालों के निचले स्तर पर पहुँच गई हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल के रेट में कमी की उम्मीद जगी है. हालांकि, आखिरी बार मार्च 2024 में, जब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले फ्यूल के दामों में कटौती की गई थी, तब उम्मीद थी कि कीमतें कम होंगी. लेकिन सोमवार को सरकार ने कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा उठाने के बजाय पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की जिसे तेल कंपनियां वहन करेंगी.

उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के बाद के रेट

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी किए. 8 अप्रैल 2025 को, दिल्ली से लेकर पटना तक पूरे भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट में कोई बदलाव नहीं देखा गया. पोर्ट ब्लेयर में आज भी सबसे सस्ता पेट्रोल 82.46 रुपये और डीजल 78.05 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है, जबकि दिल्ली में पेट्रोल 94.77 रुपये और डीजल 87.67 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है.

तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव

पिछले हफ्ते, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पारस्परिक टैरिफ की घोषणा के बाद, तेल की कीमतों में तेजी से गिरावट आई थी. चीन ने भी टैरिफ बढ़ोतरी के साथ जवाबी कार्रवाई की, जिससे बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड शुक्रवार को 11% गिरकर 64.62 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. गिरावट सोमवार को जारी रही और कच्चा तेल 63 डॉलर से कम पर आ गया.

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कीमतों में गिरावट की वजह

इस गिरावट की मुख्य वजहें हैं अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) की रिपोर्ट और वैश्विक मंदी की आशंकाएं. मार्च 2025 में IEA ने भविष्यवाणी की थी कि तेल की मांग बढ़कर 103.9 मिलियन बैरल प्रति दिन हो जाएगी, जबकि उत्पादन में वृद्धि का अनुमान 103.3 मिलियन बैरल प्रति दिन था. ट्रंप के व्यापार युद्ध और तेल उत्पादन में वृद्धि ने बाजार में उतार-चढ़ाव को जन्म दिया.

भारत पर असर

भारत के लिए, तेल की कीमतों में गिरावट एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि भारत अपनी जरूरतों का लगभग 85% तेल आयात करता है. कम आयात बिल से व्यापार संतुलन और चालू खाता घाटा में सुधार होगा, जिससे रुपये की मजबूती में भी योगदान मिलेगा. इससे ईंधन सब्सिडी में कमी और सरकारी उधार में गिरावट आ सकती है, जो ब्याज दरों को निम्न स्तर पर ले जा सकती है.

यह लेख कच्चे तेल की गिरती कीमतों और उसके पेट्रोल-डीजल के दामों पर पड़ने वाले प्रभावों की पूरी जानकारी है जिससे पढ़ने वालों को आर्थिक और वैश्विक परिस्थितियों की बेहतर समझ हो सके.

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