Board Exam Fail: राजस्थान शिक्षा विभाग ने एक नई पहल की घोषणा की है जिसे ‘ऑन डिमांड एग्जाम कॉन्सेप्ट’ कहा जाता है. यह पहल उन छात्रों के लिए वरदान साबित हो सकती है जो किसी कारणवश 10वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में फैल हो जाते हैं. इस व्यवस्था के तहत, छात्रों को परीक्षा में फेल होने पर भी, पूरे वर्ष को बर्बाद होने से बचाया जा सकेगा.
छात्रों को मिलेगा चार बार मौका
इस नई योजना के अनुसार, छात्रों को न केवल एक या दो, बल्कि चार अवसर दिए जाएंगे ताकि वे अपने फेल हुए विषयों में पुन: परीक्षा दे सकें. यह सुविधा छात्रों को उनके अकादमिक करियर में बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ने का मौका देती है.
परीक्षा का आयोजन और स्थान
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल और अन्य मान्यता प्राप्त बोर्डों के विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. इस व्यवस्था के तहत, परीक्षा केवल तभी आयोजित की जाएगी जब कम से कम 10 विद्यार्थी एक विषय में उपस्थित होंगे. तीन प्रमुख शहरों – बीकानेर, जयपुर और उदयपुर में ये परीक्षाएं संचालित की जाएंगी.
परीक्षा की क्षमता और शेड्यूल
एक दिन में अधिकतम 50 विद्यार्थियों को एक विषय की परीक्षा देने की अनुमति होगी. यदि किसी विषय के लिए 100 आवेदन प्राप्त होते हैं, तो परीक्षा दो दिनों में विभाजित की जाएगी, जिससे प्रत्येक दिन 50 छात्र परीक्षा दे सकें.
विशेष प्रावधान और क्रेडिट ट्रांसफर
यदि छात्र किसी विषय में पास हो जाता है, तो वह उस विषय के अंक अगले प्रयास के लिए ट्रांसफर कर सकता है, यानी उसे उस विषय की परीक्षा दोबारा नहीं देनी पड़ेगी.
परीक्षा शुल्क और पंजीकरण
अभी तक परीक्षा शुल्क की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसके लिए उचित फीस निर्धारित की जाएगी. विद्यार्थियों को परीक्षा और क्रेडिट ट्रांसफर के लिए पंजीकरण करवाना होगा.