Best Tourist Place: हरिद्वार जिसका अर्थ है “हरि का द्वार”, भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है और हिन्दू धर्म के सात पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है. यह जगह न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व रखती है, जो सदियों से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करती आ रही है.
हरिद्वार के प्रमुख आकर्षण
हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे बसे इस पवित्र शहर में आप हर शाम होने वाली गंगा आरती का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं. यहां की कावड़ यात्रा और दीपों की रोशनी जल की लहरों पर तैरती हुई एक भव्य और अलौकिक छटा प्रस्तुत करती है. ये दृश्य न केवल आँखों को सुकून देते हैं, बल्कि आत्मा को भी शांति मिलती हैं.
माँ चंडी देवी मंदिर
हर की पौड़ी के पास नील पर्वत पर स्थित, माँ चंडी देवी मंदिर का निर्माण 1929 में हुआ था. यह मंदिर माता चंडी को समर्पित है, जो राक्षसों का संहार करने वाली देवी के रूप में विख्यात हैं. मंदिर तक पहुँचने के लिए लगभग 3 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी पड़ती है, जो पर्यटकों को न केवल रोमांचित करती है बल्कि उन्हें प्रकृति की गोद में ले जाती है.
सप्त ऋषि आश्रम
गंगा के शांत तट पर स्थित सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार से 5 किलोमीटर दूर है. यहां सप्त ऋषियों—कश्यप, वशिष्ठ, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, और जमदगी—ने ध्यान किया था. इस आश्रम की शांति और स्वच्छ वातावरण आध्यात्मिकता की गहराई में जाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए एक आदर्श स्थान है.
माया देवी मंदिर
माया देवी मंदिर, जो 11वीं या 12वीं शताब्दी का है, हरिद्वार की आत्मा को दर्शाता है. यह मंदिर राजा हरिदास द्वारा निर्मित माना जाता है और इसमें हिंदू देवी-देवताओं की अनेक मूर्तियां स्थापित हैं, जो इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को उजागर करती हैं.
शांति कुंज
शांति कुंज, जो अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय है, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र है. यहां का वैदिक संग्रहालय, गायत्री मंत्र का दैनिक जाप, और सामूहिक ध्यान आध्यात्मिक खोज में लगे लोगों के लिए विशेष रुचि का विषय है.
हर की पौड़ी
हर की पौड़ी गंगा के किनारे बसा, हरिद्वार का सबसे प्रमुख और पवित्र घाट है. यहां होने वाली गंगा आरती भक्तों के लिए एक अद्भुत और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है. हर शाम यहां आयोजित आरती के दौरान, पुजारी घंटियों की आवाज और बांसुरी की मधुर धुनों के साथ दीप जलाते हैं, जो पर्यटकों और श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय अनुभव देते हैं.
इस प्रकार हरिद्वार अपने धार्मिक महत्व के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है. यह शहर न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि साहसिक पर्यटन के शौकीन लोगों के लिए भी एक आकर्षक स्थल है.