Public Holiday: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में इस वर्ष स्थानीय तौर पर दो नए अवकाश रहेंगे. जिला कलेक्टर ने इस साल के लिए विशेष रूप से 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी और 3 सितम्बर को देवझूलनी एकादशी के दिन स्कूलों, सरकारी कार्यालयों और बैंकों में अवकाश रहने की घोषणा की है. इस कदम को समाज के विभिन्न वर्गों ने सराहा है, क्योंकि
गणेश चतुर्थी, जो भाद्रपद महीने की चतुर्थी को मनाई जाती है, बांसवाड़ा में विशेष धार्मिक महत्व रखती है. तलावड़ा गांव में स्थित श्री सिद्धि विनायक गणेश मंदिर इस अवसर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है. यहाँ भक्तगण लंबी दूरी से पैदल यात्रा करके भगवान गणेश के दर्शन के लिए आते हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन करने से जीवन की कठिनाइयां और बाधाएं दूर होती हैं.
देवझूलनी एकादशी की धार्मिक और सामाजिक महत्वता
देवझूलनी एकादशी का पर्व बांसवाड़ा में बड़े ही श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है. इस दिन, विभिन्न मंदिरों से भगवान विष्णु की प्रतिमाओं को सजाकर शोभायात्रा के रूप में नगर भ्रमण के लिए निकाला जाता है. इस अवसर पर शहर के अखाड़े से जुड़े पहलवान शोभायात्रा में प्रदर्शन करते हैं, जिससे यह दिन और भी रोमांचक हो जाता है. शाम को राजतालाब पर एक विशाल मेला भरता है, जहां शहरवासी विभिन्न प्रकार की दुकानें और मनोरंजन के साधनों का आनंद लेते हैं.
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया और तैयारियां
बांसवाड़ा के निवासी इन घोषित अवकाशों के प्रति उत्साहित हैं. वे इन दिनों को परिवार और दोस्तों के साथ विशेष तरीके से मनाने की योजना बना रहे हैं. स्कूलों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में भी इस अवकाश की घोषणा से पहले ही विशेष तैयारियां शुरू हो गई हैं. यह न केवल धार्मिक उत्साह को बढ़ाता है, बल्कि समाज में एकता और सामाजिक सद्भाव को भी प्रोत्साहित करता है.
इस प्रकार, बांसवाड़ा जिले में इन दो नए अवकाशों की घोषणा ने स्थानीय संस्कृति के प्रति समर्थन और सम्मान को मजबूत किया है, साथ ही समाज में एकता और सामाजिक सद्भाव को भी बढ़ाया है.