Gold Silver Price: मंगलवार को घरेलू वायदा बाजार MCX पर सोने की कीमतों में बड़ी तेजी देखने को मिली. जून वायदा में सोना ₹650 की बढ़ोतरी के साथ ₹87,500 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया. इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर भी सोना 40 डॉलर की मजबूती के साथ $3,018 प्रति औंस के ऊपर पहुंच गया. इस तेजी का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता है, जिसे अमेरिका और उसके ट्रेड पार्टनर्स के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर से जोड़ा जा रहा है. ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं.
गिरावट के बाद जबरदस्त तेजी
बीते कुछ कारोबारी सत्रों में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई थी, जिसमें कीमतें ₹3,000 से अधिक गिर गई थीं. हालांकि, मंगलवार को सोने में अचानक जबरदस्त रिकवरी हुई और MCX पर जून वायदा 0.70% की बढ़ोतरी के साथ ₹87,533 पर ट्रेड कर रहा था. इस उछाल को मुख्य रूप से वैश्विक अनिश्चितता के बढ़ने और सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की बढ़ती मांग से जोड़ा जा रहा है.
अमेरिकी नीतियों का असर और फेडरल रिजर्व की भूमिका
अमेरिका में मौजूदा राष्ट्रपति की आक्रामक टैरिफ नीति और उसके कारण उत्पन्न हो सकने वाली मंदी की आशंका ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है. इसके साथ ही, फेड रिजर्व की ब्याज दरों में संभावित कटौती से भी सोने को बढ़ावा मिल रहा है. ऐसे में निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है, जो इसकी कीमतों में तेजी का मुख्य कारण है.
RBI की मौद्रिक नीति पर सबकी नजर
9 अप्रैल को होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक से भी बाजार में बड़ी उम्मीदें हैं. अगर RBI रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करता है, तो इससे सोने के दामों में और इजाफा हो सकता है. बाजार इस बैठक की ओर ध्यान से देख रहा है क्योंकि यह सोने की भावी दिशा तय करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
मार्केट एक्सपर्ट की राय
विशेषज्ञों के अनुसार, MCX पर सोने का सपोर्ट ₹86,440-86,000 पर है, जबकि रेजिस्टेंस ₹87,500-88,000 पर है. कॉमेक्स पर सोने का सपोर्ट $2,940-2,922 है, और रेजिस्टेंस $3,000-3,034 है. इसी तरह, MCX पर सिल्वर का सपोर्ट ₹87,350-86,500 है और रेजिस्टेंस ₹89,400-90,650 के बीच है. निवेशकों को सिल्वर को ₹88,500 के ऊपर खरीदने की सलाह दी गई है, जिसमें ₹87,600 का स्टॉपलॉस और टारगेट ₹90,500 का है.
बाजार के जानकार इस तेजी को वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच निवेशकों की सुरक्षित आवास में वापसी के तौर पर देख रहे हैं. 9 अप्रैल की RBI की बैठक बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण दिन साबित हो सकती है, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं.