Cancelled Holiday: उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार ईद-उल-फितर के मौके पर एक अहम फैसला लिया है. त्योहार के बावजूद कुछ विभागों में 30 और 31 मार्च को अवकाश रद्द कर दिया गया है, और कर्मचारियों को इन दोनों दिन काम पर उपस्थित रहने के आदेश दिए गए हैं. इस निर्णय के पीछे वजह है वित्तीय वर्ष 2024-25 का अंतिम सप्ताह. जब सरकारी विभागों में राजस्व संग्रह और अन्य जरूरी फाइलों का निपटारा किया जाना जरूरी होता है. सरकार नहीं चाहती कि इस दौरान कोई महत्वपूर्ण काम रुके.
30 मार्च रविवार और 31 मार्च ईद की छुट्टी दोनों रद्द
30 मार्च रविवार और 31 मार्च सोमवार (ईद-उल-फितर), दोनों ही दिन अब उत्तर प्रदेश बिजली विभाग में अवकाश नहीं रहेगा. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि सभी विद्युत वितरण निगमों और उनसे जुड़े कार्यालयों को सामान्य दिनों की तरह खुला रखा जाए, ताकि राजस्व संग्रह प्रभावित न हो और उपभोक्ताओं की सेवाएं निरंतर जारी रहें.
1.45 लाख बिजलीकर्मी रहेंगे ड्यूटी पर
राज्यभर में बिजली विभाग में करीब 35,000 नियमित और 1,10,000 संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं. यानी करीब 1.45 लाख बिजली कर्मचारी 30 और 31 मार्च को अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कैश काउंटर, उपभोक्ता शिकायत केंद्र, बिल भुगतान केंद्र और अन्य उपभोक्ता सेवाएं सामान्य दिनों की तरह पूरी क्षमता से कार्यरत रहें.
गर्मी के सीजन की तैयारी भी शुरू
ईद की छुट्टी रद्द करने के साथ ही बिजली आपूर्ति को लेकर तैयारियों की भी समीक्षा की जा रही है. लखनऊ स्थित शक्ति भवन में चेयरमैन की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई जिसमें आगामी गर्मी के मौसम में बिजली की मांग और आपूर्ति संतुलन पर चर्चा की गई. इस बैठक में प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, निदेशक कॉर्पोरेट प्लानिंग केवी सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इसमें निर्देश दिए गए कि जो बिजली उत्पादन यूनिट मरम्मत में हैं, उन्हें समय से चालू किया जाए, ताकि गर्मियों में पूरी क्षमता के साथ उत्पादन हो सके.
सौर ऊर्जा को मिलेगा बढ़ावा
बैठक में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहन देने की बात कही गई. चेयरमैन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सौर ऊर्जा के प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम किया जाए और आम जनता को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जाए. इसका उद्देश्य है कि गर्मी में मांग बढ़ने पर वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों से भी बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
कानपुर डीएम ने भी दिए आदेश
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में भी सभी सरकारी विभागों को 30 और 31 मार्च को खुले रखने के निर्देश दिए गए हैं. सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में आयोजित सीएम डैशबोर्ड समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है कि फाइनेंशियल ईयर क्लोजिंग से पहले सभी लंबित कार्य पूरे कर लिए जाएं.
काम में लापरवाही पर होगी जवाबदेही
बैठक के दौरान डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने साफ चेतावनी दी कि अगर किसी विभाग की लापरवाही के कारण जिले की परफॉर्मेंस या रैंकिंग पर असर पड़ता है, तो संबंधित अधिकारी को इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा. उन्होंने कहा कि 30 और 31 मार्च को छुट्टी नहीं बल्कि जिम्मेदारी का समय है. इसलिए हर विभाग को फोकस के साथ अपने सभी वित्तीय और प्रशासनिक कार्य निपटाने होंगे.
क्यों लिया गया यह फैसला?
हर साल वित्तीय वर्ष का आखिरी सप्ताह सरकारी विभागों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान बजट उपयोग, भुगतान, रसीदें, रिपोर्टिंग और लेखा-जोखा पूरा करना होता है. अगर इस समय छुट्टियां पड़ जाएं तो राजस्व संग्रह और बजट के सही उपयोग में रुकावट आती है, जिससे सरकारी योजनाओं पर असर पड़ सकता है. यही वजह है कि योगी सरकार ने इस बार छुट्टियों को त्यागकर काम को प्राथमिकता दी है.
जनता को मिलेगी सीधी सुविधा
हालांकि यह फैसला कर्मचारियों के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसका सीधा लाभ जनता को मिलेगा. इस आदेश से सुनिश्चित हो सकेगा कि बिजली, बिलिंग, शिकायत समाधान और अन्य उपभोक्ता सेवाएं अवकाश के दिन भी बाधित न हों. यह खासतौर पर गर्मी की शुरुआत और त्योहार के समय बेहद महत्वपूर्ण है.