Public Holiday: केंद्र सरकार ने भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को राजकीय अवकाश घोषित करने का बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले के बाद देशभर के स्कूल, कॉलेज, और सरकारी दफ्तर इस दिन बंद रहेंगे. मोदी सरकार के इस निर्णय से समाज के हर वर्ग में खुशी की लहर है. खासकर छात्रों, शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों के बीच इस घोषणा को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यह अवकाश केवल एक दिन की छुट्टी नहीं. बल्कि बाबा साहेब के योगदान को राष्ट्र की ओर से सम्मान देने का प्रतीक है.
झारखंड भाजपा नेताओं ने जताया पीएम मोदी का आभार
केंद्र सरकार के इस फैसले का झारखंड में विशेष रूप से स्वागत किया गया है. झारखंड भाजपा के नेताओं ने इसे बाबा साहेब के सम्मान में लिया गया एक ऐतिहासिक और जरूरी कदम बताया है.
झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. उन्होंने लिखा कि यह फैसला यह साबित करता है कि केंद्र सरकार बाबा साहेब के विचारों को गंभीरता से आगे बढ़ा रही है और सामाजिक समानता के उनके संकल्प को सशक्त रूप दे रही है.
बाबूलाल मरांडी बोले – यह फैसला हर वर्ग को न्याय की दिशा में एक कदम
बाबूलाल मरांडी ने अपने पोस्ट में कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि वे समाज के वंचित, पिछड़े और दलित वर्गों की आवाज भी थे. उनका जीवन संघर्ष और उनके विचार आज भी देश को नई दिशा देने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने केंद्र सरकार के इस कदम को समाज के हर वर्ग को समान अधिकार और न्याय देने के विचार को आगे ले जाने वाला बताया और इसे सराहनीय फैसला कहा.
रघुवर दास ने भी प्रधानमंत्री मोदी को बताया धन्यवाद के पात्र
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इस निर्णय का खुले दिल से स्वागत किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बाबा साहेब के प्रति जो सम्मान दर्शाया है. वह पूरी तरह से देश की भावनाओं के अनुरूप है.
उन्होंने कहा कि यह अवकाश केवल एक तारीख की घोषणा नहीं. बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए बाबा साहेब के आदर्शों को जानने और समझने का अवसर भी है.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी किया फैसले का स्वागत
रांची से सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी प्रधानमंत्री के इस फैसले को सराहा है. उन्होंने डॉ. अंबेडकर की जयंती को राजकीय अवकाश घोषित करने संबंधी भारत सरकार की अधिसूचना को सोशल मीडिया पर साझा किया.
उन्होंने लिखा कि “ऐसे महान व्यक्ति की जयंती को अवकाश के रूप में मनाने का निर्णय, उनकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का सबसे प्रभावी तरीका है. प्रधानमंत्री मोदी जी ने एक बार फिर दिखाया कि वे बाबा साहेब के विचारों को दिल से मानते हैं.”