Gurmeet Ram Rahim Furlough: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हरियाणा सरकार ने 21 दिन की फरलो दी है. इस फरलो के दौरान वह सिरसा डेरे में रहेंगे. इस समय उन्हें कड़ी पुलिस सुरक्षा दी गई है, और उन्हें लेने के लिए हनीप्रीत खुद पहुंची थीं.
डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस
राम रहीम को यह फरलो डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस से पहले दी गई है. 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा अपना स्थापना दिवस मनाएगा जिसके लिए एक विशाल कार्यक्रम की योजना बनाई गई है. राम रहीम की उपस्थिति इस कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
राम रहीम की पैरोल और फरलो का इतिहास
पिछले चार वर्षों में यह 13वां मौका है जब राम रहीम जेल से बाहर आए हैं. अगस्त 2017 में दो शिष्याओं से रेप के आरोप में 20 साल की सजा पाए राम रहीम को पिछले साल भी विभिन्न कारणों से कई बार पैरोल और फरलो दी गई थी.
सुनारिया जेल में राम रहीम
राम रहीम वर्तमान में रोहतक की उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद हैं. इस जेल से उन्हें फरलो दी गई है और उनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
जुर्म और सजा
2017 में राम रहीम को दो महिलाओं के साथ रेप के मामले में सजा सुनाई गई थी. उन्हें और तीन अन्य को पत्रकार की हत्या के लिए भी जीवनभर की कैद की सजा दी गई है. उनकी सजा के ऐलान के बाद पंचकूला और सिरसा में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की थी.
पिछले साल की फरलो और इस बार के आयोजन
पिछले साल अगस्त में भी राम रहीम को 21 दिन की फरलो दी गई थी, जो 2 सितंबर को समाप्त हो गई थी. उस समय उन्होंने अपने पिता की पुण्यतिथि पर फरलो मांगी थी, जिसे परमार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष उन्हें डेरा के स्थापना दिवस से पहले फरलो दी गई है, जिससे वे इस महत्वपूर्ण दिन में शामिल हो सकें.
इस प्रकार, गुरमीत राम रहीम के जीवन और उनकी सजा के दौरान फरलो और पैरोल का इतिहास न केवल उनके अनुयायियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक विवादास्पद विषय रहा है.