Senior Citizen: वरिष्ठ नागरिकों के लिए भारतीय रेलवे की ओर से लोअर बर्थ, व्हीलचेयर, बैटरी से चलने वाली गाड़ी और स्पेशल टिकट काउंटर जैसी सुविधाएं दी जाती हैं. अगर हम दुनिया भर के रेलवे नेटवर्क की बात करें तो भारतीय रेलवे विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है.
रेलवे करता रहता है सुविधाओं में सुधार
लाखों यात्रि भारतीय रेलवे के अंतर्गत हर रोज ट्रेन में सफर करते हैं. इन यात्रियों का ध्यान रखते हुए रेलवे की कोशिश रहती है कि समय-समय पर अपनी योजनाओं में सुधार करे और अपने यात्रियों को किफायती व आरामदायक सफर दे.
वहीं, अगर हम हकीक्त की बात करें तो अधिकतर यात्रियों को इन योजनाओं और इनसे मिलने वाले लाभ की जानकारी नहीं होती है. ऐसे में अकसर यात्री इन योजनाओं के लाभ से वंचित हो जाते हैं.
वरिष्ठ नागरिकों को विशेष सुविधा
वैसे तो रेलवे विभाग की ओर से अपने सभी यात्रियों का ध्यान रखा जाता है. इसी के साथ रेलवे ने ट्रेन में सफर करने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई विशेष सुविधा दे रखी हैं. वरिष्ठ नागरिक इन योजनाओं का लाभ उठाकर रेल की अपनी यात्रा आरामदायक और आसान बना सकते हैं. इन्हीं सब सुविधाओं में से एक है वरिष्ठ नागरिकों (senior citizens) को किराए में मिलने वाली छूट, जिसे कोरोना के समय सरकार ने बंद कर दिया था.
senior citizens को मिलने वाली सुविधाएं
भारतीय रेलवे की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को कई प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं. इसमें सीनियर सिटीजन के लिए लोअर बर्थ, व्हीलचेयर, बैटरी से चलने वाली गाड़ी और स्पेशल टिकट काउंटर जैसी सुविधाएं शामिल है. इन सुविधाओं से बुजुर्ग और दिव्यांगों को टिकट खरीदने के अब लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं होती है. उनके लिए अलग से टिकट बुकिंग काउंटर बना दिए गए हैं.
लोअर बर्थ मिलने में भी बुजुर्गों को प्राथमिकता
वरिष्ठ नागरिकों (senior citizens) को मिलने वाली सुविधाओं में रेलवे की ओर से 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरुष और 58 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की महिलाओं को ट्रेन में लोअर बर्थ दी जाती है.
जिससे उन्हें सफर करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो. इसके अलावा रेलवे की ओर से रेलवे स्टेशन पर बुजुर्गों के लिए फ्री में व्हीलचेयर दी जाती है.
कई जगह लोकल ट्रेन में भी सीट रिजर्व
देश के बड़े रेलवे स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए गोल्फ कार्ट की भी सुविधा दी गई है. यह सुविधा मिलने से बुजुर्गों-दिव्यांगों को प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ता है. इसके अलावा मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जैसे महानगरों में लोकल ट्रेन में भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से सीटें रिजर्व होती हैं.
दोबारा से किराए में छूट होने का इंतजार
कोरोना के समय में काफी बदलाव देश में देखने को मिले थे. ऐसा ही एक बदलाव रेलवे की ओर से सीनियर सिटीजन (senior citizens) का ट्रेन यात्रा करने के समय लगने वाले किराए में भी हुआ था. रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के किराए में दी जानी वाली छूट बंद कर दी थी. अब वरिष्ठ नागरिकों को दोबारा से इस छूट का इंतजार है. रेलवे विभाग ने अभी तक इस मामले में कोई घोषणा नहीं की है.
वरिष्ठ नागरिक किराए में छूट मिलने के इंतजार में बैठे है. नया वित्त वर्ष लागू होने के साथ ही लोगों को उम्मीद है कि रेलवे किराया कम करने के अपने फैसले को वापस ले सकता है. उन्हें फिर से पुराने नियम लागू होने की उम्मीद है.