Dustbin Use Vehicle: शिमला नगर निगम ने एक नई पहल के अंतर्गत यह नियम लागू किया है कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अपने वाहनों में कचरा फेंकने के लिए एक डस्टबिन या कचरा थैला अनिवार्य रूप से रखना होगा. इस प्रयास से शहर में स्वच्छता बढ़ाने की उम्मीद है. शिमला के मेयर, सुरेंद्र चौहान के नेतृत्व में नगर निगम और टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों की एक बैठक जल्द ही आयोजित की जाएगी जिसमें टैक्सी चालकों को शहर को साफ रखने में अपनी भूमिका के महत्व को समझाया जाएगा.
वाहन चालकों की जिम्मेदारी और प्रशिक्षण
इस बैठक में टैक्सी चालकों को यात्रियों को जागरूक करने का कार्य सौंपा जाएगा, ताकि वे खुले में कचरा न फेंकें और उन्हें वाहन में डस्टबिन का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें. यह पहल शहर में स्वच्छता को बढ़ावा देगी और टैक्सी चालकों को भी अधिक जिम्मेदार बनाएगी. टैक्सी चालकों को इस काम के लिए विशेष प्रशिक्षण और उपकरण दिए जाएंगे, जिससे वे पर्यटकों को सही संदेश दे सकें और शहर की साफ-सफाई में योगदान दे सकें.
नगर निगम की योजना
नगर निगम शिमला पहले से ही शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रहा है. वाहनों में कचरा प्रबंधन योजना इन्हीं पहलों का एक भाग है. इस योजना के तहत वाहनों से बाहर कचरा फेंके जाने की समस्या को काफी हद तक रोका जा सकेगा. यह शहर को साफ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
निजी वाहन संचालकों का भी योगदान
इस पहल में केवल टैक्सी चालक ही नहीं बल्कि निजी वाहन संचालकों को भी शामिल किया जा रहा है. शहर के नागरिकों को भी अपने वाहनों में कचरा थैला या डस्टबिन रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. यह पहल न केवल शहर को स्वच्छ रखने में मदद करेगी बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगी, क्योंकि स्वच्छ शहर पर्यटकों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र होता है.
देशभर में संदेश भेजने की तैयारी
नगर निगम शिमला इस योजना के सफल क्रियान्वयन के माध्यम से पूरे देश में एक संदेश भेजने की तैयारी कर रहा है कि कैसे प्रभावी कचरा प्रबंधन से शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है. इस पहल से अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण स्थापित होगा और वे भी इसी तरह के प्रयास कर सकेंगे. यह एक ऐसी पहल है जिससे न केवल शहर की सुंदरता में इजाफा होगा बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी.