Ladli Lakshmi Yojana: देश में महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी दिशा में मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य की बेटियों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है. इस योजना का नाम है ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना 2025’. इस योजना का मकसद राज्य की गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बालिकाओं को उच्च शिक्षा और उनके बेहतर भविष्य के लिए आर्थिक सहायता देना है.
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2025 की शुरुआत
इस योजना की शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार ने 2 मई 2007 को की थी. जिसे समय-समय पर संशोधित किया गया और अब इसे 2025 के संस्करण में नए स्वरूप में लागू किया जा रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी गरीब परिवार की बेटी शिक्षा से वंचित न रहे और उसका भविष्य सुरक्षित हो. योजना के तहत बच्चियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा और विवाह तक आर्थिक मदद दी जाती है.
इस योजना से मिलती है कुल ₹1,43,000 की आर्थिक सहायता
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार बालिकाओं को ₹1,43,000 तक की आर्थिक सहायता देती है. यह सहायता अलग-अलग चरणों में दी जाती है, जो निम्न प्रकार है:
- जन्म से लेकर 5 वर्ष तक हर साल ₹6,000, यानी कुल ₹30,000.
- 6वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर ₹2,000.
- 9वीं कक्षा में प्रवेश पर ₹4,000.
- 11वीं और 12वीं कक्षा में ₹6,000-6,000.
- 21 वर्ष की उम्र पूरी होने पर कन्या को एकमुश्त ₹1,00,000 राशि दी जाती है.
इस राशि से बालिकाओं को न सिर्फ पढ़ाई में मदद मिलेगी. बल्कि 21 वर्ष के बाद उनकी शादी में भी यह रकम काफी सहायक साबित होगी.
गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए खास
इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं परिवारों की बेटियों को मिलेगा जो गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन कर रहे हैं. योजना का उद्देश्य ऐसे परिवारों की बेटियों को उच्च शिक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना है. योजना के तहत अगर कोई परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है या परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में कार्यरत है, तो उस परिवार की बेटियों को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा.
बेटियों की शिक्षा पर है विशेष जोर
लाड़ली लक्ष्मी योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है बेटियों की शिक्षा में सहायता देना. योजना से यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी बच्ची गरीबी के कारण स्कूल छोड़ने को मजबूर न हो. योजना में यह शर्त भी है कि अगर कोई बालिका बीच में पढ़ाई छोड़ देती है तो उसे योजना से मिलने वाली आर्थिक सहायता बंद कर दी जाएगी.
योजना के लिए पात्रता शर्तें
- आवेदन करने वाली बालिका मध्य प्रदेश की मूल निवासी होनी चाहिए.
- बालिका का जन्म 1 जनवरी 2006 या उसके बाद का होना चाहिए.
- परिवार की आर्थिक स्थिति BPL (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी में होनी चाहिए.
- बालिका का रजिस्ट्रेशन जन्म के 1 से 1.5 साल के भीतर योजना में होना आवश्यक है.
- परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में कार्यरत न हो.
- बालिका को नियमित रूप से स्कूल में पढ़ाई जारी रखनी होगी.
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- बालिका या माता-पिता का आधार कार्ड.
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र.
- राशन कार्ड.
- परिवार का निवास प्रमाण पत्र.
- आय प्रमाण पत्र.
- बैंक पासबुक की प्रति.
- पासपोर्ट साइज फोटो.
- सक्रिय मोबाइल नंबर.
कैसे करें लाड़ली लक्ष्मी योजना में आवेदन?
- सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- होम पेज पर आपको ‘Ladli Laxmi Yojana 2025’ के लिंक पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद आपके सामने योजना का रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा.
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी जैसे – बालिका का नाम, माता-पिता की जानकारी, जन्म तिथि, पते आदि को सही-सही भरें.
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके फॉर्म में अपलोड करें.
- फॉर्म पूरा भरने के बाद ‘Submit’ बटन पर क्लिक करें.
- आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद फॉर्म का प्रिंटआउट जरूर निकालें.
योजना से जुड़ी कुछ खास बातें
- यह योजना पूरी तरह से राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित है.
- योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाता है.
- योजना के तहत दी जाने वाली राशि बालिकाओं के बैंक खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है.
- योजना से बालिकाओं को शिक्षा और शादी दोनों में आर्थिक सहयोग मिलता है.
- यह योजना बाल विवाह को रोकने में भी सहायक है, क्योंकि सरकार 21 साल की उम्र पूरी होने पर अंतिम किस्त देती है.
योजना से बदले हजारों बेटियों के जीवन
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत अभी तक मध्य प्रदेश में लाखों बेटियों को लाभ मिल चुका है. इस योजना ने ना सिर्फ बेटियों के शिक्षा स्तर में सुधार किया है. बल्कि उनके आत्मविश्वास और समाज में सम्मान को भी बढ़ाया है. योजना का सीधा फायदा गरीब और कमजोर तबके की बेटियों को मिला है. जो अब बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रही हैं.