आधार कार्ड से वोटर ID लिंक करना है आसान, इस तरीके से मिनटों में हो जाएगा आपका काम Aadhaar Card-Voter ID

Aadhaar Card-Voter ID: देश में पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली बनाए रखने के उद्देश्य से चुनाव आयोग (Election Commission) ने वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड को लिंक करना अनिवार्य कर दिया है. इसका उद्देश्य है कि एक व्यक्ति एक ही जगह से मतदान करे और फर्जी वोटिंग या डुप्लीकेट वोटर कार्ड जैसी समस्याओं पर रोक लगाई जा सके. अब हर नागरिक को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसकी वोटर आईडी उसके आधार कार्ड से जुड़ी हुई हो, ताकि भविष्य में मतदान से जुड़ी किसी भी परेशानी से बचा जा सके.

आधार और वोटर आईडी लिंक करना क्यों है जरूरी?

इस फैसले के पीछे कई अहम कारण हैं:

  • फर्जी वोटर कार्ड को रोकना
  • एक व्यक्ति का एक ही मतदाता पहचान पत्र सुनिश्चित करना
  • पारदर्शी और भरोसेमंद मतदान प्रक्रिया बनाना
  • जनसंख्या डेटा का समेकन और अपडेट
  • सरल और तेज़ चुनावी प्रक्रियाएं

गृह मंत्रालय, कानून मंत्रालय और UIDAI के अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस पर सहमति बनी थी और अब इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है.

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आधार और वोटर आईडी लिंक करने के तीन तरीके

इस प्रक्रिया को सरकार ने आम लोगों के लिए बेहद आसान बना दिया है. आप तीन तरीकों से अपने वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कर सकते हैं:

  • ऑनलाइन (NVSP पोर्टल के जरिए)
  • ऑफलाइन (BLO यानी बूथ लेवल ऑफिसर के माध्यम से)
  • फोन कॉल के जरिए (1950 पर कॉल करके)

इन सभी तरीकों के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है.

ऑनलाइन प्रक्रिया

अगर आप डिजिटल प्रक्रिया को प्राथमिकता देते हैं, तो यह तरीका आपके लिए सबसे बेहतर है. इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

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  • सबसे पहले www.nvsp.in पर जाएं.
  • अगर आपने पहले से रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो खुद को रजिस्टर करें.
  • वेबसाइट पर लॉगइन करें और “आधार कलेक्शन” (Form 6B) विकल्प पर क्लिक करें.
  • अपनी वोटर आईडी संख्या (EPIC Number) दर्ज करें.
  • अब आधार नंबर और अन्य जरूरी जानकारी भरें.
  • पहचान सत्यापन के लिए OTP आएगा, जिसे भरें और फॉर्म सबमिट करें.

आपका आधार और वोटर आईडी लिंक होने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

ऑफलाइन प्रक्रिया

यदि आप डिजिटल साधनों का उपयोग नहीं करना चाहते, तो आप ऑफलाइन माध्यम से भी लिंकिंग कर सकते हैं.

  • अपने नजदीकी BLO (Booth Level Officer) से संपर्क करें.
  • BLO से Form 6B लें और उसे पूरी जानकारी के साथ भरें.
  • साथ में अपने आधार कार्ड और वोटर आईडी की कॉपी संलग्न करें.
  • BLO आपके दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया करेगा.
  • सत्यापन के बाद, आपका वोटर कार्ड आधार से लिंक हो जाएगा.

BLO की जानकारी के लिए आप चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं.

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फोन से भी कर सकते हैं लिंकिंग

यदि आप मोबाइल से ही यह प्रक्रिया पूरी करना चाहते हैं, तो आपको केवल 1950 पर कॉल करना होगा. यह सेवा सप्ताह के सभी दिनों में उपलब्ध है.

  • अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 1950 पर कॉल करें.
  • कॉल के दौरान आपको आधार नंबर और EPIC नंबर बताना होगा.
  • अधिकारी आपके विवरण की पुष्टि करेंगे.
  • सत्यापन के बाद आपका लिंकिंग प्रोसेस पूरा हो जाएगा.

यह तरीका खासकर बुजुर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए सुविधाजनक है.

किन्हें लिंकिंग करना है जरूरी?

  • जिन लोगों ने हाल ही में वोटर आईडी बनवाया है.
  • जिनके पास पुराना वोटर कार्ड है और अब तक आधार लिंक नहीं हुआ.
  • जिनका नाम दो जगह मतदाता सूची में है, उन्हें एक स्थान चुनकर आधार से लिंक करना होगा.

कब तक करना है लिंक?

सरकार की ओर से अभी अंतिम तिथि घोषित नहीं की गई है. लेकिन जल्द ही आगामी चुनावों से पहले इसे अनिवार्य किया जा सकता है. इसलिए सभी नागरिकों को सलाह दी जाती है कि समय रहते लिंकिंग प्रक्रिया पूरी कर लें. ताकि वोटिंग के समय कोई परेशानी न हो.

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क्या होगा अगर आपने लिंक नहीं कराया?

अगर आपने आधार कार्ड और वोटर कार्ड को लिंक नहीं किया:

  • तो मतदाता सूची से नाम हटने का खतरा हो सकता है.
  • आपको मतदान करने से रोका जा सकता है, खासकर अगर एक से अधिक जगह नाम पाया गया.
  • सरकारी योजनाओं में आधार-वोटर ID लिंकिंग की मांग हो सकती है.

लिंकिंग के क्या हैं फायदे?

  • सरकारी योजनाओं से जुड़ने में सहूलियत होगी.
  • वोटिंग प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ेगी.
  • एक नागरिक के एक ही वोटर आईडी को सुनिश्चित किया जाएगा.
  • चुनाव में फर्जी वोटिंग और बोगस वोटर पर रोक लगेगी.

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