Fancy Registration Numbers: दुनियाभर में जैसे-जैसे लग्जरी गाड़ियों का चलन बढ़ रहा है. वैसे-वैसे फैंसी नंबर प्लेट्स का भी क्रेज तेज़ी से बढ़ा है. चाहे बात दुबई की हो, जहां 2008 में ‘0001’ नंबर प्लेट 14.3 मिलियन डॉलर में बिकी थी या भारत की, जहां हजारों लोग अपनी गाड़ियों के लिए विशेष नंबर लेने की होड़ में हैं. भारत में अब फैंसी नंबर लेना केवल पैसेवालों की बात नहीं रह गई. बल्कि सरकार की ऑनलाइन सुविधा के चलते अब कोई भी व्यक्ति अपनी नई कार या बाइक के लिए मनचाहा नंबर बुक कर सकता है.
फैंसी नंबर क्यों होते हैं खास?
कुछ नंबर जैसे – 0001, 0786, 9999, 1111 या VIP सीरीज के नंबर लोगों को बहुत पसंद आते हैं. इन्हें पहचान, स्टेटस और शुभ संकेत के तौर पर देखा जाता है. कई लोग अपने नाम, जन्मदिन या धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नंबर बुक करते हैं. यही वजह है कि जैसे ही नई नंबर सीरीज खुलती है. लोग पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर इन नंबरों को तुरंत बुक कर लेते हैं.
अब फैंसी नंबर लेने के लिए नहीं जाना पड़ेगा RTO ऑफिस
भारत सरकार ने फैंसी नंबर बुक करने के लिए एक स्पेशल वेबसाइट लॉन्च की है –
🔗 https://fancy.parivahan.gov.in
अब कोई भी व्यक्ति इस वेबसाइट के जरिए अपने मोबाइल और ईमेल आईडी से लॉगिन कर ऑनलाइन फॉर्म भरकर अपनी पसंद का नंबर चुन सकता है.
फैंसी नंबर बुकिंग की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
चरण 1: वेबसाइट पर अकाउंट बनाएं
- सबसे पहले fancy.parivahan.gov.in पर जाएं.
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज कर रजिस्ट्रेशन करें.
- आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, जिसे भरकर अकाउंट वेरिफाई करना होगा.
चरण 2: राज्य और वाहन की जानकारी भरें
- लॉगिन के बाद उस राज्य को चुनें, जहां आप अपनी गाड़ी रजिस्टर करवा रहे हैं.
- बताएं कि गाड़ी प्राइवेट है या कमर्शियल.
- इसके बाद दोपहिया या चारपहिया वाहन का चयन करें.
- इसके बाद वेबसाइट पर आपको उस सीरीज के उपलब्ध नंबर दिखने लगेंगे.
चरण 3: पसंद का नंबर चुनकर भुगतान करें
- अपनी पसंद का नंबर सिलेक्ट करें.
- यदि वह नंबर पहले से किसी ने ले लिया है, तो आपको नई सीरीज का इंतजार करना होगा.
- नंबर सिलेक्ट करने के बाद वेबसाइट आपको ऑनलाइन पेमेंट पेज पर ले जाएगी.
- यहां आप नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या UPI के जरिए पेमेंट कर सकते हैं.
चरण 4: रसीद लेकर वाहन डीलर को दें
- पेमेंट के बाद एक रसीद जनरेट होगी.
- उस रसीद को प्रिंट निकालकर अपने वाहन डीलर को दें.
- डीलर उस रसीद को आपके वाहन के रजिस्ट्रेशन में आरटीओ कार्यालय में पेश करेगा.
- एक बार मंजूरी मिलने के बाद आपको वह नंबर अलॉट कर दिया जाएगा.
नंबर बुक करने के बाद कितने दिन में करना होगा रजिस्ट्रेशन?
सरकार ने यह नियम तय किया है कि फैंसी नंबर बुक करने के 1 महीने के अंदर ही गाड़ी को RTO ऑफिस में रजिस्टर कराना जरूरी है.
अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो:
- आपका नंबर रद्द कर दिया जाएगा.
- और जो एडवांस राशि जमा की है, वो भी जब्त कर ली जाएगी.
फैंसी नंबर की कीमत क्या होती है?
फैंसी नंबर की कीमत ₹1500 से लेकर ₹5 लाख या उससे ज्यादा तक हो सकती है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस नंबर को बुक कर रहे हैं. उदाहरण:
- 0001, 0786, 9999 जैसे नंबर – ₹1 लाख से ऊपर
- 1111, 2222, 1234 जैसे नंबर – ₹25,000 से ₹50,000
- सामान्य पसंदीदा नंबर – ₹5,000 से ₹10,000
यह कीमत राज्य सरकार के नियमानुसार अलग-अलग राज्यों में थोड़ी अलग हो सकती है.
कौन-कौन से नंबर फैंसी माने जाते हैं?
- एक जैसे नंबर – जैसे 1111, 2222, 5555
- सार्थक नंबर – जैसे 0786 (धार्मिक), 0001 (पहला नंबर), 1008 (पवित्र)
- सीक्वेंस वाले नंबर – जैसे 1234, 4321
- रेपिटिटिव नंबर – जैसे 9000, 8000, 9999
- नाम-जन्मतिथि आधारित नंबर – जैसे 0912 (12 सितंबर), 2505 (25 मई)
क्या पुरानी गाड़ियों के लिए फैंसी नंबर लिया जा सकता है?
नहीं यह सुविधा केवल नई गाड़ियों के लिए ही उपलब्ध है. अगर आपकी गाड़ी पहले से रजिस्टर है. तो आप फैंसी नंबर नहीं ले सकते. फैंसी नंबर की बुकिंग उसी समय करनी होती है जब आप गाड़ी को पहली बार RTO में रजिस्टर करवा रहे हों.
पहले आओ-पहले पाओ की व्यवस्था
चूंकि फैंसी नंबर की मांग ज्यादा है और सीरीज सीमित होती हैं. इसलिए यह व्यवस्था पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर काम करती है. जैसे ही नई सीरीज शुरू होती है. आपको तुरंत लॉगिन करके बुकिंग करनी चाहिए ताकि आपका मनचाहा नंबर कोई और न ले जाए.